✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️
🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की किसी याचक के पात्र में दूर से -अहंकार से -उसका उपहास उड़ाते हुए सिक्का फेंकना आपकी उदारता या दान नहीं अपितु उसकी गरीबी -लाचारी और बेबसी का मजाक उड़ाना है ...,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हम अक्सर आपसी बातचीत में कहते हैं की अमुक व्यक्ति आपकी बुराई -निंदा कर रहा था -आपके बारे में अनर्गल बोल रहा था पर जरा सोच कर देखिये चूँकि आपको भी सुनने में आनंद आ रहा था -आपके लिए भी ये एक गॉसिप थी -और सबसे बड़ी बात आप सुन रहे थे इसलिए सामने वाले को मौका मिल रहा था ,अगर आप एक क्षण के किये भी सामने वाले को ये अहसास करा देते की आपकी इसमें कोई रूचि नहीं है या वो आपसे इस तरह की बातें ना किया करे तो सामने वाले को मौका ही नहीं मिलता ...,
#समाज