यह आवारगी कितनी जिद्दी है, तेरी खुली खिडकियाँ ही तो बुलाती है मुझे, वरना मेरी टाँगें भी तो थकती है । मेरे महल मे कोई दूसरे कमरे का भी नहीं जानता मुझे, तेरे मोहल्ले की हर गली, मेरे आने जाने की खबर रखती है । तू छोड़ ताने इनके आ खुल के मुझसे इश्क कर, यह जलने वाले वही लोग है, जिनकी राते सिरहानों की बाहों में कटती है । पर्दों को गिराके खिडकी पे,युंह इतराने का बहाना ना कर, मै भी अर्जुन हूँ, और तेरी एक आँख पर्दों की ओट में छुपकर चमकती है ।। #terigalliyan #yqbaba #yqdidi #ekadhuraishq #hindi #shayari #shayari #yqhindi