तुम्हें सीने से लगा लेंगे, धड़कनों को तुम्हारी हम अपना बना लेंगे, बातें तो हज़ारो है करने को तुमसे, पर नाजाने कितनी कर पाएंगे, तुम मेरी खामोशियों को समझ जाना, हम तुम्हारी ख़ामोशी समझ जाएंगे, रूह से रूह मिल जाए हमारी, नव वर्ष की बेला पर हम दर्खास्त ये लगाएंगे।। कितना कुछ है कहने को पता नहीं कह भी सकेंगे या नहीं जब तुम मिलोगे। #तुममिलोगे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #pchawla16 #रूह #खामोशी