ख़ुदको यूँ ना तोल राजा, फ़क़ीर सी फ़ितरत ले जाएगी कहाँ ? दिन तेरा रात मेरी.. क़ुबूल, Nidhi आदर कर, पलटेगा सूरज, सुबह मेरी भी होगी वहाँ । #आदर #nanhikalam