रंग कैसा भी हो उतर जाता है रूप कैसा भी हो निखर जाता है इस तरह अपनी खूबसूरती पर नाज़ न कर ये गुलाब का फूल बिखर जाता है #रंग कैसा भी हो #उतर जाता है #रूप कैसा भी हो #निखर जाता है इस तरह अपनी #खूबसूरती पर #नाज़ न कर ये #गुलाब का #फूल #बिखर जाता है