~ तेरी कहानी ~ फिर तेरे शहर में तेरी कहानी याद आई, वो तेरा हुस्न, वो अपनी जवानी, याद आई। पूरी ग़ज़ल कैप्शन में पढ़ें।🙏🙏🙏 फिर तेरे शहर में तेरी कहानी याद आई, वो तेरा हुस्न, वो अपनी जवानी याद आई। किस तरह तेरी गली में थे हमारे चर्चे, हों जैसे कल की ही बातें पुरानी, याद आई। एक अर्से के बाद मैंने कदम जो रक्खे,