Nojoto: Largest Storytelling Platform

White कभी किसी को मुकम्मल1 जहाँ नहीं मिलता कहीं ज़

White कभी किसी को मुकम्मल1 जहाँ नहीं मिलता कहीं ज़मीं तो कहीं आस्माँ नहीं मिलता बुझा सका है भला कौन वक़्त के शोले ये ऐसी आग है जिसमें धुआँ नहीं मिलता
                -:निदा फ़ाज़ली

©Poet Rahul #sad_quotes निदा फ़ाज़ली
White कभी किसी को मुकम्मल1 जहाँ नहीं मिलता कहीं ज़मीं तो कहीं आस्माँ नहीं मिलता बुझा सका है भला कौन वक़्त के शोले ये ऐसी आग है जिसमें धुआँ नहीं मिलता
                -:निदा फ़ाज़ली

©Poet Rahul #sad_quotes निदा फ़ाज़ली
rahulpaul5575

A Lost Poet

New Creator