White मिले न ये आसान गुसाईं। मुश्किल है पहचान गुसाईं। दोनों तरफ़ बिछी हैं लाशें। जीवन है शमशान गुसाईं। हमने उसको चोर बताया। जिसका है सम्मान गुसाईं उतना ही अच्छा है क्या वो। जितना उसका ज्ञान गुसाईं। जिसको धन की भूख नहीं है। वो सच्चा धनवान गुसाईं। राम राम करके मर जाना। ऐसा हो गुणगान गुसाईं। ©सूर्यप्रताप स्वतंत्र #love_shayari #कविता_संगम