अंतरंग हुए दो दिल अंगअंग में नयी तरंग। खुशियाँ आईं हर्ष उल्लास बढ़ा मन में उठी उमंग। गुस्ताख दिल केवल तुम्हे चाहता है। ढीठ हैं थोड़ा नहीं मानेंगे उम्र भर रहेंगे संग संग। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी अंतरंग.हुये दो दिल।