#चेतावनी: अगर! नहीं चेते! सरकारों से सवाल नहीं पूछे! सरकारों की मनमानी पर चुप रहे! तो न लोक बचेगा न तंत्र रहेगा और बस लोकतंत्र इतिहास की किताबों और ख्बाबों में पढ़ाया जायेगा! नेता लोक प्रधान की तरह रहें तो अच्छा है किंतु आपकी एक चुप सत्ताधारियों को शासक बना देगी और इनकी स्थिति एक बे-लगाम घोड़े जैसी हो जायेगी , जो मदमस्त भी होगा और बेकाबू भी! इसलिए चैन से सोना है तो जाग जाओ! #chetavani