कभी कभी सफर में ऐसे भी संयोग बनते हैं कुछ रिश्ते चलते चलते राहों में ऐसे बनते हैं। पहले तो वो अजनबी, हम भी अनजान रहते हैं चंद लम्हों का साथ, उम्र भर की पहचान बनते हैं। अपनों से भी ज्यादा, अपनापन, इज्ज़त, मान देते हैं सच्चे हमदर्द बन इंसान होने का फ़र्ज़ निभा देते हैं। Challenge-142 #collabwithकोराकाग़ज़ 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #वोअजनबी #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️