लोग कहते है कि मैं बहुत mature हूँ समझदार इसीलिए हूँ क्योंकि मुझमे बर्दाश्त करने की क्षमता बाकियों से अधिक है, मैं लोगो से बहुत कम मिलती हूँ मुझे एकांत पसंद है उस चांद की तरह जो तारों के से घिरा है, फिरभी अकेला है।,ऐसा नही कि वो अकेला ही है बल्कि इसलिए कि उसे अकेला ही रहना है वो चांद प्रेम का प्रतीक है ऐसा लोग कहते है लेकिन सच तो ये है कि वो एकांकी जीवन का प्रतीक है जिंदगी में मैंने भी बहुत सी गलती की है उन गलतियों से बहुत खास चीज़ सीखी है वो है लोगो की परख , , लेकिन मेरा दिल इक ऐसे बच्चे की तरह मासूम है जो कभी जिद नही करता , वैसे ही जैसे एक कूड़ा उठाने वाले बच्चे की मासूमियत, किसी को दिखाई नही देती लेकिन वो एक बच्चा है, उसके हाथ भी उतने ही कोमल है,,जितने में ज्यादा भारी दर्द उठा नही सकता फिरभी वो उठाता है लोग उसे बच्चा तो समझते है लेकिन मासूम समझना भूल जाते है,क्योंकि वो कूड़ा उठाता है और कभी शिकायत भी नही करता , वैसे ही मेरा दिल भी कभी शिकायत नही करता। ©shivi voice #kuchhnahi #patience