दुआ है अल्लाह से, खिला इन्सानियत चमन रहे, प्यार से लहराता,सदैव ऊंचा मेरा वतन रहे। गले लगना हर शख्स से, मजहब को भुला कर,, मन्दिर मस्जिद ना मिलें, जिंदा प्यार और अमन रहे।। #Eid #HappyEid #Love #Shayri