( "दोहा कबी की") हिंदू कहे मोहि राम पियारा,तुर्क कहें रहमाना। आपस में दोउ लडी लडी मुए, मरण न कोए जाना ।। पत्थर पूजे हरि मिले तो, मै पूजू पहाड़ । याते घर की चकिया भली,जाकी पीसा खाएं संसारा।। ©Ashraf Ali दोहा कबीर की,#Twowords