"हम मजबूर है अपने हालातों से कहीं इन्सानियत जो दिखती तो तुम्हें भी बताते हम" कि कैसा लगता है जब भरोसा सिर्फ टूटता नहीं चकनाचूर है हो जाता जब कोई भी अपना न रह जाता गुजरते ही पिता जी के दुनियां ने दिखाये हैं अपने असली रंग हम मजबूर हुये है अपने हालातों से वरना थे कभी मासूम बच्चे जैसे ही हम ©Miss mishra #Foggy #असली_रंग