ख़यालों में, क्यों बार बार तुम आते हो, क्यों हर बार तुम आते हो, कहीं नींद की आगोश में चैन न पा लूं, क्या ? इस बात से घबराते हो। ..... नीरज #poem #poetry #kavisansar #poetrycommunity #emotions #hindipoetry