जो हम उसे माफ कर रहे है गलती से भी गलत कर बैठे है इसलिए ही छोड़ रहे है वरना लाजमी तक दबा देते अब हर बार एक ही दुहराए ये जरूरी ख़ामोश हो उसकी ही गलती हो ये जरूरी नहीं चाहते तो बदनाम कर सकते थे किसी और को मगर हमारी वजह से कोई बदनाम हो ये हमें मंजूर नहीं... शराफ़त है हमारी... #शराफ़त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi