Nojoto: Largest Storytelling Platform

धूनी- ए- वैराग रमाता हूं शंकर मैं बस

धूनी-   ए-   वैराग   रमाता   हूं     शंकर
मैं  बस  तेरी  ही  धुन   गाता   हूं   शंकर

तमस गुणों को हरने का खातिर मन को
मैं  डमरू का   नाद   सुनाता  हूं   शंकर
 
विष  से  यार  ज़मीं  ये  भरने   वाली   है
आ  जाओ  आवाज़  लगाता   हूं   शंकर

©Rasik Sarkoti #mahadev #shivratri #Maha_shivratri #Shayari #ghazal 

#Shiva
धूनी-   ए-   वैराग   रमाता   हूं     शंकर
मैं  बस  तेरी  ही  धुन   गाता   हूं   शंकर

तमस गुणों को हरने का खातिर मन को
मैं  डमरू का   नाद   सुनाता  हूं   शंकर
 
विष  से  यार  ज़मीं  ये  भरने   वाली   है
आ  जाओ  आवाज़  लगाता   हूं   शंकर

©Rasik Sarkoti #mahadev #shivratri #Maha_shivratri #Shayari #ghazal 

#Shiva