माँ ये सृष्टि तुमसे है तुम सृष्टि से नहीं देशी विदेशी सब तुझसे ही है सबका स्वरूप तुझसे ही है सबका नाम सबकी पहचान तुझसे ही है फिर कौन कैसे और किसलिए कोई बदलेगा सृष्टि के वास्तविक रूप को माँ तेरे स्वरूप को 🙏🙏🙏🙏🙏