दिल बेचारा उसके प्यार का मारा। पर नही है उसको गवारा,फिर भी उसके प्यार का मारा,दिल बेचारा। है ये दिल उस पर ही हारा। ........ दिल की बारीकियों को जो समझा दिल का मारा वो मुझे समझने लगा बिल्कुल आवारा। प्यार को ही प्यार का समझा ना पाया में ऐसा मुसाफ़िर हूं हारा। केसे करूंगा तेरे बिन गुज़ारा। दिल को कब का तुझ पर हूं हारा। तेरे अधूरे प्यार का मारा। दिल बेचारा। _ज्योति गुर्जर #दिल_बेचारा