वफ़ा सौदा-ए-इश्क किया है "अमर", नफ़ा-नुकसान देखते क्यों हो। मुहब्बत दिल से होती है, सूरत ए इंसान देखते क्यों हो। ©अमर संदीप नफ़ा #nojotohindi