बहती हवा प्यार लाए बहती हवा ऐतबार लाए इस सावन के मौसम में पड़ रही फुहारें जीवन में प्रकृति का स्वाद ला लाए। वो पेड़ों की छांव में, नदियों के धाराओं पर झरनों के कलकलाहट के धुन में तुम्हें याद है ना हम मिले थे पहली बार, उस तपिश के काल में। और तुम मुस्कुराई की हवा चल आई तुम मिली तो जीवन में रंग भर आई बहती हवा प्यार लाई। तुम्हारे आने से तन्हाइयां दूर हो गईं एक बार फिर मुझसे भूल हो गई इस नशीली आंखों से, इस गुलाबी होंठों की छुअन से, मेरे मन के सारे तपिश छू हो जाएं, बहती हवा प्यार लाएं तुम कहती हो प्यार क्या है, मैं कहता हू प्यार दवा है जो नीरसपन को दूर करे, जीवन में आनंद भरपूर करें प्रकृति भी हमको देता है प्यार, गर्मी सर्दी और बरसात। हम तुम मैं हमाम आये रस की फुहार आये बहती हवा प्यार लाये बहती हवा