हाथ जहां छुड़ाया था, उसी रास्ते पर हाथ मिलाकर, दोबारा चलें क्या।। मंजिलों की चाहतों को एक बनाकर उस अधूरे सफ़र को पूरा करें क्या।। चलो जाना! भूल भी जाओ बीते हुए बुरे पलों को, सितारों की आगोश में बैठकर इक-दूजे को अपनी बाहों में भरें क्या।। पहले-सी ज़िंदगी जीने की तमन्ना है, उस ज़िन्दगी को वापिस, खोने से फिर डरें क्या।। हाथ जहां छुड़ाया था, उसी रास्ते पर हाथ मिलाकर, दोबारा चलें क्या।। आक्रोश सारा हम दिलों से मिटाकर फिर प्रेम की बौछार करें क्या।। बोलो ना! हम फिर से, साथ-साथ चलें क्या।। हाथ में हाथ डाल, हर सफ़र पूरा करें क्या।। जाना! इजाज़त हो तो, पहले की तरह, तुम्हारा आशियाना खुशियों से भरें क्या।। कुछ तो बोलो, अच्छा यह बोलो कि- पन्ने जो हमारी कहानी के रात-रात बैठ भरे थे, उस कहानी को साथ मिलकर हक़ीक़त बनाकर पढ़ें क्या।। फिर एक बार अधूरे सफ़र को पूरा करें क्या।। हाथ जहां छुड़ाया था, उसी रास्ते पर हाथ मिलाकर, दोबारा चलें क्या।। हम फिर से साथ-साथ चलें क्या।। हाथ में हाथ डाल, हर सफ़र पूरा करें क्या।। @meri_कहानी,meri_ज़ुबानी ©Ayushi Kesar #कुछ_बातें_दिल_से #Nojoto #Love