कमर मटका कर वो अपना,दुपट्टा लहरा कर चलते हैं, लोगों को पागल करने का, ख़ुद ही तरक़ीब करते हैं। लगा कर आग सिने में, वो जुल्फें लहरा कर चलते हैं, इज़हार-ए-इश्क़ जो करदे कोई, तो ऐतराज़ करते हैं। आवारगी ख़ुद वो करते हैं, और लोगों को आवारा कहते हैं, तमीज़ ख़ुद नहीं उनको, और लोगों को बत्तमीज़ कहते हैं। इन हसीनाओं का भी जवाब नहीं, गुनाह ख़ुद वो करते हैं, और बेक़सूर,बेगुनाह लोगों को ही गुनहगार कहते हैं। #nojoto #कमर #मटका_कर वो अपना,#दुपट्टा #लहरा कर चलते हैं, लोगों को #पागल करने का, ख़ुद ही #तरक़ीब करते हैं। लगा कर #आग सिने में, वो #जुल्फें लहरा कर चलते हैं, इज़हार-ए-इश्क़ जो करदे कोई, तो #ऐतराज़ करते हैं। #आवारगी ख़ुद वो करते हैं, और लोगों को आवारा कहते हैं,