सुनो.. जानते हो तुम.. प्रेम की रंगीन उस इंद्रधनुष को.. हर एक रंग में छुपा होता है.. एक अनोखा प्रेम रंग.. जो इस दिल को ही नहीं... रूह को भी हर रंग से रंग देता है... ❤️❤️ सुनो,, प्रेम को जानना हो जो तुम्हें, तो सम्पूर्ण रंगों को मिलाना एक में! फ़िर देखना जो रूप नज़र आएगी, प्रेम दिखेगा तब रंगों संग अनेक में ! सुनो,,