तुझे सोचने का मज़ा और है तुझमें खोने का मज़ा और है तेरे आसपास ना होकर भी कल्पना में करीबी का मज़ा और है सामने होकर नज़रें गिराना छुप कर देखने का मज़ा और है तुझे एकटक देखते ही रहना तेरे देखने पर झेंपने में मज़ा और है तुझ से जानबूझ कर दूरी-सी बनाना अपनी तरफ खिंचते देखने में मज़ा और है औरों के सामने अज़नबी बनना अकेले में तुझपे हक़ जताने का मज़ा और है..! Muनेश..Meरी✍️🌈 सोचते रहने का भी अपना ही आनंद है। #तुझेसोचना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi