एक दोस्ती थी तेरी मेरी बचपन था प्यारा आज कहाँ खो गये वोह पल जहाँ हम साथ मिलकर खेला करते थे नन्हें पैरों के निशान अब नहीं दिखाई देता है छोटे छोटे पेड़ बडे हो गये हैं ऐसा लगता है जैसे अब कुछ जिम्मेदारियां कंधों पर आ गई है ©Anita Najrubhai #brothersday एक दोस्ती थी तेरी मेरी