ज़िंदा हैं तो जीने का मज़ा लीजिये। भर के दिलकश मदहोशियाँ हसीन सपनों को पूरा पूरा कीजिये। जवानी की रुत दोबारा नहीं आती मस्तियों को यूँ न टाला कीजिये। ज़िन्दगी इक बार मोहलत देती है बार बार न सनम तुम रुठा कीजिये। ज़िन्दगी को मना लीजिये। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ सुप्रभात। ज़िन्दगी बड़ी तुनुक मिज़ाज है। छोटी-छोटी बातों पर रूठ जाती है। जिससे हमें प्रेम होता है उसे तो किसी भी शर्त पर मनाना तो पड़ता ही है। #ज़िन्दगीकोमनालो #