#Ramnavami
कहने का अभिप्राय यह है कि श्री राम जो
साक्षात साक्षात भगवान स्वरूप थे,पथ्वी
पर जब मनुष्य रुप में जन्मे तो श्रीराम ने उन्होंने एक साधारण मनुष्य की भांति अपने सभी कर्त्तव्यों का,हर परिस्थितियों का सामना बड़ी ही कुशलता से किया। उन्होंने कोई भी कार्य या फैसला अपने हित में नहीं किया अपनों के हित में किया। इसलिए श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए।
करूं बढ़ाई कहां तक,राम नाम है अपार, राम नाम की नाव चढ़ भवसागर से पार पाओ। NojotoHindi NojotoEnglish NojotoNews Nojotothought #विचार