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राजा हो श्री राम जैसा,बेटा हो श्री राम जैसा, भाई ह

राजा हो श्री राम जैसा,बेटा हो श्री राम जैसा,
भाई हो श्री राम जैसा,मित्र हो श्री राम जैसा,
सेना नायक हो श्री राम जैसा,पति हो श्री राम जैसा।
धर्मात्मा भी राम जैसा,दानी भी राम जैसा क्यों
राम राम राम राम आखिर क्यों राम जैसा ही हो, रावण,
जैसा क्यों नहीं, इन्द्र जैसा,कंस जैसा क्यों नहीं।
रावण तो महाप्रतापी राजा और महान पंडित था,वह भगवान शिव शंकर का अन्नय भक्त था, उसने शिव तांडव स्तोत्र जैसे महा काव्य की रचना की, उसने प्रचंड तप कर बहुत से वारदान 
और शक्तियां प्राप्त की थी, फिर भी कोई रावण सा राजा, बेटा, भाई,मित्र, नहीं चाहता, कारण रावण का जन्म तो ब्रह्मण कुल में
हुआ था पर कर्म, राक्षसों जैसे हो गए थे।
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra
  #Ramnavami 
कहने का अभिप्राय यह है कि श्री राम जो 
साक्षात साक्षात भगवान स्वरूप थे,प‌थ्वी
पर जब मनुष्य रुप में जन्मे तो श्रीराम ने उन्होंने एक साधारण मनुष्य की भांति अपने सभी कर्त्तव्यों का,हर परिस्थितियों का सामना बड़ी ही कुशलता से किया। उन्होंने कोई भी कार्य या फैसला अपने हित में नहीं किया अपनों के हित में किया। इसलिए श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए।
करूं बढ़ाई कहां तक,राम नाम है अपार, राम नाम की नाव चढ़ भवसागर से पार पाओ। NojotoHindi NojotoEnglish NojotoNews Nojotothought

#Ramnavami कहने का अभिप्राय यह है कि श्री राम जो साक्षात साक्षात भगवान स्वरूप थे,प‌थ्वी पर जब मनुष्य रुप में जन्मे तो श्रीराम ने उन्होंने एक साधारण मनुष्य की भांति अपने सभी कर्त्तव्यों का,हर परिस्थितियों का सामना बड़ी ही कुशलता से किया। उन्होंने कोई भी कार्य या फैसला अपने हित में नहीं किया अपनों के हित में किया। इसलिए श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए। करूं बढ़ाई कहां तक,राम नाम है अपार, राम नाम की नाव चढ़ भवसागर से पार पाओ। NojotoHindi NojotoEnglish NojotoNews Nojotothought #विचार

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