आंखें मूंद लेने से हालत ठीक थोड़े होती है
भाषण देने से यहां पर राशन थोड़े मिलती है
अभी गनीमत है मदद करो साहब गरीबों की
ऐसे कहने से मजलूमों के पेट भर थोड़े जाती है
इलाज मुहब्बत से करो नफ़रत से नहीं यहां
ऐसे जातिवाद करने से प्यार थोड़े मिलती है #Quotes#Life#Love#Hindi#writer#Shayari#nojotohindi#urdu#Arif#Life_experience