जब हम घर पहुँचे तो बीवी दरवाजे पर खड़ी थी समझ गए हम, अब मुसीबत आन पड़ी थी पर बीवी ने हमको दिया बड़ा प्यार अरे ये अपना ही घर हैं न यार सुबह जब उतरी भांग बीवी के व्यवहार से हम थे हैरान बीवी बोली आप कल देर से आये और मेरे लिए आई फोन लाये कल मुझ पर इतना प्यार कैसे आ गया मुझे लगा जैसे मेरा पति भांग खा गया हमको कुछ याद ना आता था कैसे हुआ ये सब समझ नहीं आता था फिर हम पहुँचे उस दुकान पर दुकानदार ने स्वागत किया पहचान कर हमने पूछा क्या कल हम आये थे अजी साहब, आप तो बहुत शरमाए थे अपनी गर्ल फ्रेंड के लिए अपने आई फोन लिया एकमुश्त अपने एक लाख रुपया कैश दिया फिर हमको समझ आया कि हमने खीचड़ा पकाया चलो बीवी ने आई फोन पाया लौट के बुद्धु घर को आया फिर कसम खाई अब भांग नहीं खायेंगे और खा भी ली तो क्रेडिट डेबिट कार्ड नहीं चलायेंगे ©YashMehta अब भांग नहीं खायेंगे-३ #BuildingSymmetry