तुम शिवपुत्र हो तो ध्यान सहज सधेगा, अनुगामी होगा, तुम विरक्त हो ही जाओगे, कृष्ण की सन्तति हो तो प्रेम में पूर्णता पाओगे रंग, राग ऐश्वर्य तुम्हारी धरोहर होंगी। 'मनु' सन्तति