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स्त्रियों पर नहीं होती कोई भी बंदिशें, ये तो होता

स्त्रियों पर नहीं होती कोई भी बंदिशें, ये तो होता हैं स्त्रियों की पहचान।
पर्दा ही होता हैं स्त्रियों का, अधिकार, मान और उसका सम्मान।।

ना ये रीत हैं अपने जग की, और ना ही अपनों का कुछ कहना।
पर्दा रखतें हैं हम स्त्रियां, ये ही होता हैं हमारा श्रृंगार और गहना।।

होता हमारे चेहरों पर नेह नूर इतना, कहीं कोई इससे जल ना जाएं,
पर्दा रखतें हैं हम स्त्रियां इसीलिए, जिससे हैवान भी संभल जाएं।।

परिवार की इज्ज़त करती हैं स्त्रियां, पर्दा ही बताता हैं हमारा संस्कार।
पर्दा करके स्त्रियां निभाती हैं, सदियों से चला आ रहा रीति रिवाज।।

नहीं होती हैं घुटन इसमें, इज्ज़त के रूप में इसका उपयोग करती हैं।
ना पड़े हैवानों की नज़र चेहरों पर, इसलिए स्त्रियां पर्दा रखती हैं।।

पर्दे से अपनी हयां छुपाती हैं, तो पर्दे में ही अपनी नज़र झुका लेती हैं।
पतिव्रता, सत्यता बचानें के खातिर, पर्दे में वो अपना चेहरा छुपा लेती हैं।।

स्त्रियों को मत जानों तुम साहिब, पर्दे में वो हैं उदास बेबस और लाचार।
संस्कार पर कोई उंगली ना उठा पाएं, इसलिए पर्दे में ही कर देती पूरा जीवन वार।। #पर्दा_रखते_है_team_alfaz
#new_challenge

There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio)
Today's Topic is 

 *पर्दा रखते है*
स्त्रियों पर नहीं होती कोई भी बंदिशें, ये तो होता हैं स्त्रियों की पहचान।
पर्दा ही होता हैं स्त्रियों का, अधिकार, मान और उसका सम्मान।।

ना ये रीत हैं अपने जग की, और ना ही अपनों का कुछ कहना।
पर्दा रखतें हैं हम स्त्रियां, ये ही होता हैं हमारा श्रृंगार और गहना।।

होता हमारे चेहरों पर नेह नूर इतना, कहीं कोई इससे जल ना जाएं,
पर्दा रखतें हैं हम स्त्रियां इसीलिए, जिससे हैवान भी संभल जाएं।।

परिवार की इज्ज़त करती हैं स्त्रियां, पर्दा ही बताता हैं हमारा संस्कार।
पर्दा करके स्त्रियां निभाती हैं, सदियों से चला आ रहा रीति रिवाज।।

नहीं होती हैं घुटन इसमें, इज्ज़त के रूप में इसका उपयोग करती हैं।
ना पड़े हैवानों की नज़र चेहरों पर, इसलिए स्त्रियां पर्दा रखती हैं।।

पर्दे से अपनी हयां छुपाती हैं, तो पर्दे में ही अपनी नज़र झुका लेती हैं।
पतिव्रता, सत्यता बचानें के खातिर, पर्दे में वो अपना चेहरा छुपा लेती हैं।।

स्त्रियों को मत जानों तुम साहिब, पर्दे में वो हैं उदास बेबस और लाचार।
संस्कार पर कोई उंगली ना उठा पाएं, इसलिए पर्दे में ही कर देती पूरा जीवन वार।। #पर्दा_रखते_है_team_alfaz
#new_challenge

There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio)
Today's Topic is 

 *पर्दा रखते है*

#पर्दा_रखते_है_team_alfaz #new_challenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is *पर्दा रखते है* #YourQuoteAndMine