चले जाना मेरी ख्वाहिश नहीं, दस्तूरों की साज़िश थी तेरे लिए ये वजूद मेरा, बस एक खूबसूरत नुमाइश थी। न सोच तेरी कोई काबिलियत चली गयी है क्योंकि हर बेज़ार शब-ऐ-ग़म के बाद,इनायत की सेहर लिखी ही है। #YourQuoteAndMine Collaborating with Anushka Chandak this is my very first attempt at something like this , thank you for the inspiration 😅😅 #goodbye #househope #firstshayari