अक्सर कदम मुश्किलों से चूमती है जब चूमती है तो साथ सारी दुनिया झूमती है कितनी भी कर लो मेहनत पर बिना इसके कौन और क्या हो तुम, ये दुनिया नहीं पूछती है टकरा के एक ही दीवार से बार बार उम्मीदों की उम्मीद भी अक्सर डूबती है पर जब हो जायेगा सवार दिलों दिमाग़ में सनक तो कामयाबी से बंधी हर जंजीर टूटती है #कामयाबी