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लौट आया वो भाग 2 (प्यार की शुरुआत) निशांत के इत

लौट आया वो 

भाग 2

(प्यार की शुरुआत) निशांत के इतना कहते ही वे दोनों अपने होश में आये। दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि अपने जिस दोस्त को वे दोनों मरा हुआ समझ कर आज तक खुद को ही दोष दे रहे थे वो अचानक से जिंदा कैसे हो सकता हैं? यह सोचते हुए जब काफ़ी देर हो जाती है तब निशांत कहता हैं- “अरे यार उस हॉस्पिटल में क्या निशांत नाम का एक ही लड़का था, मरने वाला कोई दूसरा निशांत भी तो हो सकता हैं उस नर्स ने तुम्हें गलत खबर दे दी और तुम हमकों सच में भूत समझ कर डर के हमसें दूर भाग रहे हो बुद्धू कही के।”



निशांत के इतना कहते ही प्रयुक्त और नीर की आँखों से आंसू बह निकले। उन दोनों ने दौड़कर निशांत को गले लगा लिया और रोने लगे। आज उनके दिल पर से बहुत बड़ा बोझ उतर गया था। काफ़ी देर तक उनकी सिसकियाँ गूंजती रही। जब उन दोनों का मन थोड़ा सा शांत हुआ था और वे निशांत से माफ़ी मांगने ही वाले थे कि तभी उसके पास एक फोन कॉल आया जिसे सुनकर निशांत परेशान हो गया।


जब प्रयुक्त और नीर ने उससे उसकी परेशानी के बारे में पूछा तो निशांत उन दोनों को अपने साथ अपने कॉलेज की यादों में ले आया जहाँ पर उसकी मुलाकात पहली बार जाह्नवी से हुई थी। उसके लंबे काले बालों और बड़ी-बड़ी आँखों को देखकर निशांत पहली ही नज़र में उसे पसंद करने लगा। जाह्नवी उस कॉलेज में उसकी जूनियर बनकर आई थीं लेकिन निशांत ने क़भी भी उसके साथ कोई बदसलूकी या बदतमीजी करने की कोशिश नहीं की बल्कि जाह्नवी की वजह से उसके स्वभाव में इतना बदलाव आया था कि उसने अपने उन सभी दोस्तों से रिश्ता तोड़ दिया था जिन्होंने कभी न क़भी कोई गलत काम किया था जिसकी वजह से उसके दोस्तो के मन मे जाह्नवी को लेकर बहुत गुस्सा भरा हुआ था।
लौट आया वो 

भाग 2

(प्यार की शुरुआत) निशांत के इतना कहते ही वे दोनों अपने होश में आये। दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि अपने जिस दोस्त को वे दोनों मरा हुआ समझ कर आज तक खुद को ही दोष दे रहे थे वो अचानक से जिंदा कैसे हो सकता हैं? यह सोचते हुए जब काफ़ी देर हो जाती है तब निशांत कहता हैं- “अरे यार उस हॉस्पिटल में क्या निशांत नाम का एक ही लड़का था, मरने वाला कोई दूसरा निशांत भी तो हो सकता हैं उस नर्स ने तुम्हें गलत खबर दे दी और तुम हमकों सच में भूत समझ कर डर के हमसें दूर भाग रहे हो बुद्धू कही के।”



निशांत के इतना कहते ही प्रयुक्त और नीर की आँखों से आंसू बह निकले। उन दोनों ने दौड़कर निशांत को गले लगा लिया और रोने लगे। आज उनके दिल पर से बहुत बड़ा बोझ उतर गया था। काफ़ी देर तक उनकी सिसकियाँ गूंजती रही। जब उन दोनों का मन थोड़ा सा शांत हुआ था और वे निशांत से माफ़ी मांगने ही वाले थे कि तभी उसके पास एक फोन कॉल आया जिसे सुनकर निशांत परेशान हो गया।


जब प्रयुक्त और नीर ने उससे उसकी परेशानी के बारे में पूछा तो निशांत उन दोनों को अपने साथ अपने कॉलेज की यादों में ले आया जहाँ पर उसकी मुलाकात पहली बार जाह्नवी से हुई थी। उसके लंबे काले बालों और बड़ी-बड़ी आँखों को देखकर निशांत पहली ही नज़र में उसे पसंद करने लगा। जाह्नवी उस कॉलेज में उसकी जूनियर बनकर आई थीं लेकिन निशांत ने क़भी भी उसके साथ कोई बदसलूकी या बदतमीजी करने की कोशिश नहीं की बल्कि जाह्नवी की वजह से उसके स्वभाव में इतना बदलाव आया था कि उसने अपने उन सभी दोस्तों से रिश्ता तोड़ दिया था जिन्होंने कभी न क़भी कोई गलत काम किया था जिसकी वजह से उसके दोस्तो के मन मे जाह्नवी को लेकर बहुत गुस्सा भरा हुआ था।
akankshagupta7952

Vedantika

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निशांत के इतना कहते ही वे दोनों अपने होश में आये। दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि अपने जिस दोस्त को वे दोनों मरा हुआ समझ कर आज तक खुद को ही दोष दे रहे थे वो अचानक से जिंदा कैसे हो सकता हैं? यह सोचते हुए जब काफ़ी देर हो जाती है तब निशांत कहता हैं- “अरे यार उस हॉस्पिटल में क्या निशांत नाम का एक ही लड़का था, मरने वाला कोई दूसरा निशांत भी तो हो सकता हैं उस नर्स ने तुम्हें गलत खबर दे दी और तुम हमकों सच में भूत समझ कर डर के हमसें दूर भाग रहे हो बुद्धू कही के।” निशांत के इतना कहते ही प्रयुक्त और नीर की आँखों से आंसू बह निकले। उन दोनों ने दौड़कर निशांत को गले लगा लिया और रोने लगे। आज उनके दिल पर से बहुत बड़ा बोझ उतर गया था। काफ़ी देर तक उनकी सिसकियाँ गूंजती रही। जब उन दोनों का मन थोड़ा सा शांत हुआ था और वे निशांत से माफ़ी मांगने ही वाले थे कि तभी उसके पास एक फोन कॉल आया जिसे सुनकर निशांत परेशान हो गया। जब प्रयुक्त और नीर ने उससे उसकी परेशानी के बारे में पूछा तो निशांत उन दोनों को अपने साथ अपने कॉलेज की यादों में ले आया जहाँ पर उसकी मुलाकात पहली बार जाह्नवी से हुई थी। उसके लंबे काले बालों और बड़ी-बड़ी आँखों को देखकर निशांत पहली ही नज़र में उसे पसंद करने लगा। जाह्नवी उस कॉलेज में उसकी जूनियर बनकर आई थीं लेकिन निशांत ने क़भी भी उसके साथ कोई बदसलूकी या बदतमीजी करने की कोशिश नहीं की बल्कि जाह्नवी की वजह से उसके स्वभाव में इतना बदलाव आया था कि उसने अपने उन सभी दोस्तों से रिश्ता तोड़ दिया था जिन्होंने कभी न क़भी कोई गलत काम किया था जिसकी वजह से उसके दोस्तो के मन मे जाह्नवी को लेकर बहुत गुस्सा भरा हुआ था।