ऐसे तो मर जाएँगे हम ख़ुद को खो कर जी भी लेते तुमको खो कर तन्हा बोलो कैसे जी पाएँगे हम ऐसे तो मर जाएँगे हम। ख़ुद में जो कुछ पाया है वो तेरा ही हमसाया है तुमको खो कर खुद को खो देँ यह बात किसे समझाएँगे हम ऐसे तो मर जाएँगे हम। तुमको देख के चलती धड़कन तेरे होने से यह जीवन तुमसे बिछड़ कर जीवन का कब सार समझ पाएँगे हम ऐसे तो मर जाएँगे हम। झूठे हर अफसाने होँगे तुम बिन सब बैगाने होँगे बैगानों की उस बस्ती में ग़ुम से कहीँ रह जाएँगे हम ऐसे तो मर जाएँगे हम।। - क्रांति #ऐसे_तो_मर_जाएँगे_हम