मैं कैदी नहीं हूं यह मेरी परछाई है जिसने मुझे खुद में कैद रखा है लड़ लूंगा अपने आप से अपनी खातिर। करूंगा खुद को हर ख्याल से आजाद जहां रोक नहीं पाएगी मेरी परछाई मुझको छू कर आऊंगा सातों आसमानों को। #एक इंसान ©Saddam Hussain अगर दिल से साफ़ रहोगे । जेल से आज़ाद रहोगे। #jail