वो दिन गए जब.. तुम और मैं...आप हुआ करते थे। 10:10(pm) की मुस्कुराती सुइयों पे एक दूसरे को सुना करते थे। एक कसक सी थी, इंतेज़ार था यूँही बंद आँखों से मिला करते थे। अपनी ही दुनिया बसा रखी थी हसीं सपनों को सिला करते थे। आज भी हम है, अब बूढ़े हो गए अब चुपके-चुपके जिया करते हैं। अब वो दिन है जब.. तुम और मैं...हम हुआ करते हैं। #nammy27 #वोदिन #yqdidi #collab Note: Read 10:10pm as दस दस की मुस्कुराती सुइयाँ... Timing 10:10 is termed as smiling time... This poetry is dedicated to all those great lovers whose love is still continuing......Till old age..