कभी-कभी तो ये नादान सा दिल भी हमारा, बेवजह, बेफ़िक्र सा और बेकरार रहता है.......... जब उसकी यादों के मोहल्ले से गुज़रते हैं हम, तो इस दिल को हमारे थोड़ा करार रहता है........ और हमारे दोस्त जितने भी हैं सारे के सारे, कमबख़्त इतने ज़्यादा बदमाश किस्म के हैं....... कई दफ़ा उस मोहल्ले के चक्कर कटवाते हैं, जिस मोहल्ले में हमारा मासूम यार रहता है....... ©Poet Maddy कभी-कभी तो ये नादान सा दिल भी हमारा, बेवजह, बेफ़िक्र सा और बेकरार रहता है.......... #InnocentHeart#Carefree#Restless#Nieghborhood#Memories#Bond#Friends#Scoundrels#Lives.........