कुछ लोग मुझसे केहते की आप बहुत अच्छा लिखते है जनाब, लिखते वहीं अच्छा है, जिसके पास दर्द हो, जख्म हो, इमोशन हो, जो अपनी दुनिया मै बिल्कुल अकेला हो, जो अपनी जिदंगी अंधरो के साथ गुजारता हो, बहुत कुछ होने बाद भी उसके पास कुछ ना हो, जिसकी अपनी एक ऐसी काल्पनिक दुनिया, हो, जिसका हीरो वो खुद ही हो, दोस्तो, उसकी कलम से निकला हुआ, एक एक शब्द, उसके दर्द, जख्म , और इमोशन से भरे होते है, जिसको हम केहते है कि आप बहुत अच्छा लिखते हो,