न जाने क्या पाने के लिए सबकुछ छोड दिया फिजूल सी बात को पकड कर रो लिया हमने गैरो को अपनो के उपर रखने की गलती कर के जिंदगी भर का मलाल लिया हमने न जाने कोणसी भूल थी जो अब घर गुम हो गया हमसे।।।।। मकानों के इस जंगल में इंसान क्यों भटक रहा है। आख़िर उसका घर कहाँ गुम हो गया है? #घरगुमहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi