उंगली पकड़ने को बोला तो गर्दन पकड़ने को तैयार हो गया। दिल में जगह क्या दिया ज़िंदगी से खेलने को तैयार हो गया। एक बार कश्मीर क्या गया उसके लिए। बेवफ़ा मुझे पाकिस्तान भेजने को तैयार हो गया। ब्लैकमेलर ©Azhar Waquar ungali pakdane ko bola to gardan pakdne ko taiyar ho gya #flowers