कुछ दिनों में पानी उतर आयेगा बच जायेगा गाद रहम रसोई तक चुंगेगी चिड़ियाँ, उपछेगा किसान लोकतंत्र की बाढ़ आई देहरी तक तुम अपना रोना भी अब छोड़ दो लचर नीति विद्दमान है चोरी तक सब दुकेला हो एकाकी हो जाओ पृथक दौर पसर गया भलाई तक और कितना पसीना बहेगा पानी में....लुटिया डूबेगी पक्का पानी में #मेहनतकश #बाढ़ #किसान #मै_कविता #yqdidi #bestyqhindiquotes #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Kavita Singh