मेने इंसान को इंसान से डरते देखा है दुनिया को साथ लड़ते देखा है। मेने Doctor को भगवान बनते देखा है Police को उनकी जान बनते देखा है मेने जानवरों को आजाद होते देखा है इंसान को लाचार होते भी देखा है गलती इंसान की थी खुद को गुनहगार बनते देखा है मेने। परमाणु को भी लाचार होते देखा है मनुष्य में मदद का भाव देखा है दारू की उस कतार को भी देखा है वही बैठे उस लाचार को भी देखा है मेने गलती इंसान की थी खुद को गुनहगार बनते देखा है मेने। Bhaskar Arora ©Bhaskar Arora 2020 to rest of the years