(तू कितनी अच्छी है तू कितनी प्यारी है ओ मांँ) ******************************** हे अंबा, हे अम्बिका,हे जननी, धन्य है तू धन्य तेरी समझदारी, सारी मुसीबतों का हल है तेरे पास,रखती हो ताकत चमत्कारी, तू ममता की मूरत, तू कितनी है भोली, तो कितनी है प्यारी,सारे जहां से है न्यारी, लड़े पूरे संसार से, !...ममता के आगे हारी, पग पर कांटे बिछे हैं, तूने ना हमें चुभने दिए, ढांक के आंचल,कड़ी धूप में हमको छांव किए, सुख-दुःख में हमेशा पाषाण सा हृदय लिए। हे धात्री, हे प्रसू, भगवान भी तेरा आंचल पाने को तड़प उठे, इसीलिए श्री कृष्णा और यशोदा मईया का मातृ-रस दिखे। #tpc25 #tp30c30f #theprompter