रूप में है शान्तता कभी प्रचण्ड रौद्रता हरो दरिद्रता प्रभु मनुज तुम्हें निहारता नमामि नीलकण्ठ हे जगत पिता नमन तुम्हें करो सभी अभय करो है जन जन पुकारता ©कवि मनोज कुमार मंजू #शिव #महादेव #नीलकण्ठ #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #lily