छा कर नमीं आंखों पर क्या कहना चाहते हो...? खो चुका हूं तुम्हें.....! बस अब जाने की इजाजत चाहते हो...! और खैर आखिर दिल्लगी होगी भी तो कब तलक...? बंद पिंजरे में कैद पंछी आजाद !!! खुले आसमान में उड़ना चाहते हो...... छा कर नमीं आंखो पर क्या कहना चाहते हो..? ©Shubham Mishra (Raj) छा कर नमीं आंखों पर क्या कहना चाहते हो...? खो चुका हूं तुम्हें.....! बस अब जाने की इजाजत चाहते हो...!