#OpenPoetry Adnan Rabbani's Shayari • ये दिल कई बार घायल हुए|
हम युंहिं तो नहीं शायर हुए||
बहुत शुक्रिया इस नवाजिश को|
कहां मिलती है ये मुहब्बत हर आशिक़ को||
मोम पिघल जाता है, परवाने भी जल जाते हैं|
इन जलते दिलों में से हम जैसे निकल जाते हैं|| #Love#SAD#brokenheart#truelove