इक खूबसूरत नज़ारा लगता इन्ना प्यारा आसमानों में रातों में चाँद सितारों की बाराते जगमगाया करती कितने लोग मिलतें फिर कितने विछड़ते आँखों के आसुंओं भी याद करने पे यादें भी तो रुलाया करती ऐसे कैसे मिल जाए सब कुछ चीज़ जिंदगी में जिंदगी भी तो बार बार कई बार आजमाया करतीं नफ़रत किसी से भी इस कदर हो जाती है अगर जो खुद को ही क्रोध के आग में जलाया करती दर्द से दर्द जुदा हो जाए कोई आप से कब ख़फ़ा हो जाए पाता नहीं मुक़द्दर भी किन किन रास्तों के सफ़र पे ले आया करतीं बड़े से बड़े ज़ख़्मों को दिल में छुपाया करतें लोग अक्सर महफ़िलो में झूठी मुस्कान चेहरों के रंगों को भी दिखाया करतीं गर्म मौसमों तपती दुपहरी लू की हवाओं में पंछीया घर के छत से मटके से पानी पी के अपनी प्यास बुझाया करती वे दिन भी सुनहरे लम्हों के अनमोल तरहा होतें है जब माँ बच्चों को लोरीया गा के गुनगुनाना के सुलाया करती abhishek sharma ©mysterious boy #Stars #Nojoto #nojotonews #Quote #MyThoughts #gazal #Hindi #mywords